हक़ से दो तो तुम्हारी नफरत भी कबूल हमें,
खैरात में तो हम तुम्हारी मोहब्बत भी न लें।
सूरज ढला तो कद से ऊँचे हो गए साये,
कभी पैरों से रौंदी थी यहीं परछाइयां हमने।
की मोहब्बत तो सियासत का चलन छोड़ दिया,
हम अगर प्यार न करते तो हुकूमत करते।
हम भी बरगद के दरख़्तों की तरह हैं,
जहाँ दिल लग जाए वहाँ ताउम्र खड़े रहते हैं।
प्यार, इश्क, मोहब्बत सब धोखेबाजी है,
अपनी लाइफ में तो सिर्फ Attitude ही काफी है..!
सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत रखता हूँ,
इसीलिए आजकल रिश्ते कम रखता हूँ..!
इतना ऐटिटूड मत दिखा जानेमन,
क्योंकि तेरी जवानी से ज़ादा, हमारे तेवर गरम है।
सही वक्त पर करवा देंगे हदों का अहसास,
कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे हैं..
भाड़ में जाए लोग और लोगो की बातें,
हम तो वैसे ही जिएंगे जैसे हम जीना चाहते है।
अब AVAILABLE नहीं VALUABLE बनना है मुझे!!
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ्तार के साथ,,,
जब भी मिलेंगे
अंदाज़ पुराना होगा….
वक्त ही तो है बदल जाएगा,
आज तेरा है कल मेरा होगा!!
अगर प्यार से कोई फूंक मारें तो बुझ जाएंगे,,
नफरत से तो बड़े-बड़े तूफान बुझ गए मुझे बुझाने में!!
मेरे मिजाज को समझने के लिए बस इतना ही काफी है,
मैं उसका हरगिज़ नहीं होता जो हर एक का हो जाए.
हम तो दुश्मनी भी दुश्मन की औकात देखकर करते है
बच्चो को छोड देते है और बडो को तोड देते हे
इसी बात से लगा लेना मेरी शोहरत का अंदाजा,
वह मुझे सलाम करते हैं, जिन्हें तू सलाम करता है…
बहुत तकल्लुफ उठाए हमने, अब जरा तुम उठाओ
खुब आगे-पीछे घूमया हमें चलो अब तुम मनाओ!!!
“अपने आप के लिए मैं एक आशावादी हूं, इसके अलावा
कुछ और ना खास मायने नहीं रखता..”
परख ना सकोगे ऐसी शख्सियत है मेरी,
मैं उन्हीं के लिए हूं जो जाने कदर मेरी..
तू आज भी यही सोचता होगा कि मैं अकेली हूं,
शायद तुम्हें मालूम नहीं की रानियां कभी अकेली नहीं होती.
खुद से जीतने की जिद है मुझे खुद को ही हराना है,
मैं भीड़ नहीं हूं दुनिया की मेरे अंदर एक जमाना है..
हार की परवाह करता,, तो मैं जीतना छोड़ देता,,
लेकिन “जीत” मेरी जिद है और जिद का मैं बादशाह हूं!
हम दुश्मनों को भी बड़ी शानदार सजा देते हैं,
हाथ नहीं उठाते बस नज़रों से गिरा देते हैं!
आंख उठाकर भी न देखूं, जिससे मेरा दिल न मिले,
जबरन सबसे हाथ मिलाना, मेरे बस की बात नहीं..!
मुसीबत के साए में मैं हंसता-हंसाता हूं,
गमों से उलझ कर भी मैं मुस्कुराता हूं,
हाथों के मुकद्दर की लकीरें हैं नहीं लेकिन,
मैं तो अपना मुकद्दर को खुद बनाता हूं!
- Mashahoor Hone ka Shauk Nahi lekin Kya Karein Log Naam Se ho Pehchaan Lete Hai
कल से एक ही काम होगा हमारा
नाम और दुश्मनों का तमाम काम होगा
खुले आम दुश्मनी कर लो,
पर दिखावे की दोस्ती ना करो!!
तू यह मत सोच कि छोड़ देगी तो टूट जाऊंगा कमीना हूं तेरे से भी
अच्छी तक पआऊं अंदाज़ कुछ अलग है मेरा…
सब को Attitude का शौक है…..
मुझे Attitude तोड़ने Ka…
खैरात में मिली हुई खुशी हमें पसंद नहीं,
क्योंकि हम गम में भी नवाब की तरह जीते हैं
Agar fitrat hamari sehne ki na
hoti toh himmat tumhari bhi
kuch kehne ki na hoti..!!
शराफत की दुनिया का किस्सा ही खत्म
अब जैसी दुनिया वैसे हम…!!
बेमतलब की दुनिया का किस्सा ही खत्म,
अब जिस तरह की दुनिया उस तरह के हम!!
यह जो सर पर घमंड का ताज रखते हैं,
सुन लो दुनिया वालों हम इनके भी बाप लगते है…
खुश रहो या खफा रहो, हमेशा दूर और दफा रहो..
हमारा अंदाज कुछ ऐसा है
जब हम बोलते हैं तो बरस जाते हैं
और जब चुप रहते हैं तो लोग तरस जाते हैं…
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